हमारे कई अपने
जिंदगी की राह में
सदा के लिए
छोड़ गए हमारा साथ ।
नियति के आगे
सभी कमज़ोर है
बस मलते रह
जाते है हम हाथ ।
ये जिंदगी भी
करती है ।
हमारे साथ
नित नये खेल ।
कभी अपनो से
दूर करती है
कभी परायो से
कराती है मेल ।
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