मेरे जीवन मे आया
है एक चित चोर
बिना देखे उसे अब
होती नहीं मेरी भोर ।
सात समुंदर पार है मुझसे
फिर भी हंसकर मुझे लुभाए
देखते ही दिल बल्लियों उछले
धड़कने भी बड़ ही जाए ।
इसके साथ मेरी हरकते भी
होती जारही है बचकाना
अच्छा लगता है आजकल
उससे बाते करते तुतलाना ।
इसने दुनियां मे आते ही
सभीको मोह मे है फसाया
मेरा दिल बंद इसकी मुट्ठी मे
नानी बनने का है सुख पाया ।
हम नाना - नानी की
आँखों का है ये तारा
सदा खुश रखे और रहे
ये ही आशीष हमारा ।
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24 comments:
मन की खुशी को बहुत प्यारे शब्दों में और कोमल भावनाओं में गूंथा है....बहुत प्यारी सी रचना के लिए बधाई
बहुत प्यारी सी मान को लुभाने वाली रचना...बच्चे तो चितचोर ही होते हैं ....
कहते हैं असल से सूद अधिक प्यारा होता है.सुंदर रचना
Are wah...kitna pyar bhara hai aapke shabdo men..
Sarita ji, you have expressed so beautifully ! physically you may be elsewhere but your heart and sould is with the new born !
physically u may be away but u are so close to the new born. may congrats for becoming grandmother.
ममता से सजे ये शब्दों की डोर ...... बहेतरीन रचना ....
इस खुशी को बाँटने के लिए धन्यवाद !
अपनत्व व ममत्व से ओत-प्रोत भावमय कविता ।
rachna bhi chit ko churane jaisi hai :)
बहुत बेहतरीन ढंग से आपने कोमल भावनाओं को अभिव्यक्त किया है---आपको नानी बनने की बधाई---शिशु के लिये आशीष्।
बहुत ही बेहतरीन रचना लगी , मन को मोह लिया आपकी इस रचना ने ।
हम नाना - नानी की
आँखों का है ये तारा
सदा खुश रखे और रहे
ये ही आशीष हमारा ।
Badhayee ho...chashme-bad-door! Hamare bhee aasheesh de dena!
हम नाना - नानी की
आँखों का है ये तारा
सदा खुश रखे और रहे
ये ही आशीष हमारा ।
sundar ahsaas me guthi hui mithi rachna ,sachmuch bachche jindagi hote hai ,ghar aangan ki raunak hote hai ,bachche man ke sachche saare jag ki aankho ke taare .......badhai ho is anmol se rishte ke liye .
वाह आपको बहुत बहुत बधाई इस नन्हें को कविता के रूप मे सुन्दर तोहफा दिया है मेरा भी उसे बहुत बहुत आशीर्वाद्
हम नाना - नानी की
आँखों का है ये तारा
सदा खुश रखे और रहे
ये ही आशीष हमारा ।
Hamara bhi ashish kahiyega...
Shobhanajee 'abhivykit' shahad busy hongi, koi khabar hogi to jarur bataongiji..... Aap sabka bahut khyal rakhti hain yah dekhkar man ko bahut achha lagta hai...
Aapko Bahut shubhkamnayne.....
आपको नाना नानी बनने के लिए बधाई और हमारी तरफ से शुभाशीष
अपने ब्लाग पर आपकी प्रतिक्रिया पढ़ कर आनंद आ गया, वास्तव में अपनत्व का सजीव चित्रण हैं आप ! आपकी टिप्पणी दिल में उतर गयी , इस पोस्ट को गरिमा ( गुडिया ) को भेज रहा हूँ निस्संदेह उसे बहुत अच्छा लगेगा ! अरे हाँ ,आपने अपने परिचय में अपना नाम नहीं दिया यह अच्छी बात नहीं है, आशा है सुझाव पर ध्यान देंगी !
नानी को हार्दिक शुभकामनायें
वाह बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना प्रस्तुत किया है आपने! बधाई!
great poem for little one
sure he will love you more than originals
and will get more than originals in all the matters
bahut hi sundar kavita.
विकास पाण्डेय
www.vicharokadarpan.blogspot.com
................
बिना.पीछे मुड़े..वेग के साथ
आगे बह गया...पथिक को मानो....गति ही जीवन है..
विकास की सतत प्रक्रिया में सकारात्मक संघर्ष की प्रेरणा देती रचना.
aapke aangan aur man ke aangan me khile aur is dil ko chu rane wale chit-chor komeri taraf se dhero chumban usake mathe par ankit kijiyega . aapki khushi sadav aise hi chhalakate rahe .dil se ki gayi subh kamanaon ke saath.
poonam
अपनत्व को मिला अपना नाती ,ये बहुत खुशी की बात है - हमारी ओर से बधाई है और नाती को अनेक शुभकामनाएं .
bahut achi kavita hain
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