बहुत सुन्दर रचना! बिल्कुल सही फ़रमाया है आपने! उमंग साथ हो तो सफ़र चाहे कितना भी लम्बा हो पता ही नहीं चलता और इसका आनंद पूरी तरह से हम उठाते हैं! बहुत बढ़िया लगा!
उमंग का हो साथ तो लम्बा सफ़र भी कैसे कटता है हमारा पता ही नहीं चले । wah apnatava ji ..aapne umang ke sahare jeene ki jo prerna ..kavyatmak prerna di hai wakai us per amal ker hum jeevan ko josh se bher sakte hai ....sadhuwad
Umang hi jindagi hai, iske bina jiwan veeran hai.... sahi kaha aapne.... aur Maa ji aajkal bachhon ke exam aur office training bhi nirantar chal rahin hain... kabhi-kabhi thoda bahut samay mil paata hai.. isleye blog par nahi aa paayee.. iske liye sorry.... Apna khyal rakhiyega ji.. Shubhkamnayen.....
25 comments:
जीवन में उमंग हो तो हर काम सहज और सरल लगता है....बहुत अच्छी प्रेरणादायक पंक्तियाँ ....बधाई
बहुत सुन्दर रचना! बिल्कुल सही फ़रमाया है आपने! उमंग साथ हो तो सफ़र चाहे कितना भी लम्बा हो पता ही नहीं चलता और इसका आनंद पूरी तरह से हम उठाते हैं! बहुत बढ़िया लगा!
josh aur umang na ho to zindagi thahar jati hai.......bahut sahi kaha
उमंग का हो साथ
तो लम्बा सफ़र भी
कैसे कटता है हमारा
पता ही नहीं चले ।
wah apnatava ji ..aapne umang ke sahare jeene ki jo prerna ..kavyatmak prerna di hai wakai us per amal ker hum jeevan ko josh se bher sakte hai ....sadhuwad
सचमुच लाजवाव.
बेहतरीन अभिव्यक्ति बहुत गहरी बातें
जोश जहा पलता हो वहा निराशा और मुश्किलें कैसे पल सकती है...बेहतरीन रचना. बधाई.
उमंग का सही चित्रण
umang ke rang jindagi khoobsurat bna dete hai.. :)
ye aapka pyar aur badppan hai,jo bhi hoon aap sabki vajah se hoon
tnanx mam :)))))
उमंग का साथ हो तो फ़िर सब कुछ अच्छा लगता है.. सब अपना अपना लगता है..
आपकी फ़ीड मेरे गूगल रीडर मे अपडेट नही हो रही, इसीलिये मुझे पता नही चला कि आपने नयी नयी पोस्ट की है..
beautiful poem
but one should get this उमंग
from where ?
just a thought
for you to write a poem on this
jeevan ko jeevan deti hui bahut sunder abhvykti
मन में हो उमंग तो जीवन आसान हो जाता है ...
आशा, उमंग ही तो जीवन का सार है ... अच्छा लिखा है ...
...सुन्दर भाव,बधाई!!!!
बेहतरीन रचना .... बहुत खूब !!
Umang hi jindagi hai, iske bina jiwan veeran hai.... sahi kaha aapne....
aur Maa ji aajkal bachhon ke exam aur office training bhi nirantar chal rahin hain... kabhi-kabhi thoda bahut samay mil paata hai.. isleye blog par nahi aa paayee.. iske liye sorry....
Apna khyal rakhiyega ji..
Shubhkamnayen.....
sandesh detee sarthak rachana.
सही कहा उमंग में जोश होता है ....कल ही सोच रही थी ग़ज़ल विधा में भी निपूर्ण होने के लिए देखती हूँ जोश कितना साथ देता है ......!!
उमंग की रचना जीवन में एक जोश
ले आई हैं
कोई भी मुश्किल
टिक नहीं पाती
जोश जो पलता है
इसकी छाँव तले ।
जियो खूब जियो उमंग के साथ
बहुत खूब !
Sarita ji
"umang" is so full of life !!
उमंग का हो साथ
तो लम्बा सफ़र भी
कैसे कटता है हमारा
पता ही नहीं चले ।
कोई भी मुश्किल
टिक नहीं पाती
जोश जो पलता है
इसकी छाँव तले ।
mujhe behad pasand aai rachna ,umange nirasha chhanti hai .sundar aur sach
Sahi kaha apne, josh jeevan mein na ho to kahin kuch kami si lagti hai.
उमंग मुश्किल सफ़र
जोश छाँव
लम्बे और दुरूह सफर के लिए ठीक ठीक औजार है ये लफ्ज़,
बिल्कुल कमर में बांधे रखने लायक। अच्छी सोच।
Saral sakaratmak rachana...apne aaspaas hi mil jati hain umange...gar kabhi na dikhe to intezaar kar len...milhi jayengi!
Bahut sundar abhiwyati hai.
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