Wednesday, August 5, 2009

वादा

इन्होने कभी किया था
मुझसे कोई वादा ।
याद दिलाया तो जवाब
दिया था सीधा -सादा । ।

तुम्हारा कोई सपना
नही रहेगा अधूरा ।
थोड़ा समय दो सब
करूँगा मै जरूर पूरा ।।

एक बात तो है व्यक्तित्व मे
मैंने हमेशा ही दिल से मानी ।
होकर रहता है वही जीवन मे
एक वार जो है इन्होने ठानी ।।

जो चाहो तुंरत मिले तो
आए वो मज़ा भी नहीं ।।
कुछ तरसे, इंतजार करे
फिर मिले तो क़द्र होती है, सही ।।

5 comments:

abdul hai said...

जो चाहो तुंरत मिले तो
आए वो मज़ा भी नहीं ।।
कुछ तरसे, इंतजार करे
फिर मिले तो क़द्र होती है, सही

Best

AnjuGandhi said...

intezaar ka maja bhi thode samay ka he hai
aisa na ho ki intezaar karte kare najar thak jaaye ya saans ruk jaaye
inte

shilpa said...

HMM the patience is bad par uska apna hi maza hai its so beautifully written

Swatantra said...

Jo chahe tuarant milee mazaa aaye to bhi nahi..

Beautiful and best!!

sangeeta said...

psychologists call it delayed gratification.....i am an absolute believer....children should be taught this always...