ये एक बात है ।
स्वार्थ हेतु विचारो का मिलन
ये अलग बात है ।
सही बातों का जम कर समर्थन देना
ये एक बात है ।
खुश करने के लिए हां मे हां मिलाना
ये अलग बात है ।
हित की जो सोंचे वो ही सच्चा हितेषी
ये एक बात है ।
दिल को खुश करने वाला ही भला लगे
ये अलग बात है ।
आज का सत्य ये है |
एक बात किनारे कर दी गई है |
और
अलग बात सब पर हावी हो गई है ।
19 comments:
आपकी ये एक बात बहुत सही है....पूरा अनुभव निचोड़ कर रख दिया है.....विचारणीय पोस्ट...
बहुत ही सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रचना लिखा है जो काबिले तारीफ़ है!
saral shbon mein guthi anupam rachna :)
waahhh kya ik alag baat aapne kahi hai...bahut achchi vichadhara
baat sahi kahi hai aapne........
waah......kya satik baat kahi hai
बहुत अच्छा लिखा है ।
bahut gahan cintan sahee baat hai | rachana bahut achhee lagee dhanyavaad
vah
sarl kintu spsht aur gambheer chintan .
abhar
you always bring back the thoughts from mind...
आज का सत्य ये है कि एक बात किनारे कर दी गई है और एक अलग बात सब पर हावी हो गई है
....सच्ची बात.
हित की जो सोंचे वो ही सच्चा हितेषी
ये एक बात है ।
दिल को खुश करने वाला ही भला लगे
ये अलग बात है ...
जीवन के सत्य को लिख दिया है आपने ...... बहुत अच्छा लिखा है .... यथार्थ ...
Hi , first time here .
Your poems are a real magic , they kept me glued till i finished reading all . Amazing flow of words ...
Smita
http://littlefoodjunction.blogspot.com/
excellent poem
just apply the poem to current politics
Mom good one!! Good play with words.. Reminds me of the kind of kavitas one hears in kavi sammelans!
kabhi kabhi thode se alfaaz kitna kuch keh jaate hain...ise kehte hain jiwan ka nichod ek kavita mein
bahut achha likha....
ek dum sahi...
Bahut achhi aur sachhi rachna lagi Maaji. Bahut badhai.
Aapka email pls mere blog par deejiyega.
aapki sabhi baate aham hai ,jabardast hai .aur gahri bhi
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