सरकार के बदलते रंगों को देखते-देखते मुझे लगने लगा है कि मैं खुद एक गिरगिट हूँ और कि गिरगिट एक स्वच्छ प्राणी है जो किसी भी रंग में मिल जाता है या कोई भी रंग उसमें मिल जाता है. :))
इस रंग बिरंगी दुनिया में रंग बिरंगे वक्तव्य देती सरकार.. गिरगिट भी शर्मा जाए.. बहुत अच्छा कहा सरिता दी!! आखिर आपको भी राज्नैक्तिक विषय पर कहना पड़ ही गया!!
aaj to netao me aesi bahas chhidi ki soch me padh gayi news dekhkar ,kya hoga is desh na na jaane ,aapki rachna sahi sanket de rahi hai .sundar sarita ji .
बढ़िया लिखा है आदरणीया सरिता जी ! प्रणाम ! गिरगिट को भी शर्म आ रही होगी इस सरकार के काले-कुत्सित रंगों को देख कर … बहुत बधाई !
भ्रष्टाचारियों और तानाशाहों से मुक्ति पाने के लिए अब लगातार यह याद रखना है , और संपर्क में आने वाले हर शख़्स को निरंतर याद दिलाते रहना है , प्रेरित करते रहना है कि चुनाव के वक़्त सही आदमी को वोट देना है … और मतदान आवश्यक कार्य मानते हुए पूरे दायित्व तथा समझ के साथ सही व्यक्ति/सही पार्टी को वोट देना है !
29 comments:
सरकार के बदलते रंगों को देखते-देखते मुझे लगने लगा है कि मैं खुद एक गिरगिट हूँ और कि गिरगिट एक स्वच्छ प्राणी है जो किसी भी रंग में मिल जाता है या कोई भी रंग उसमें मिल जाता है. :))
इस रंग बिरंगी दुनिया में रंग बिरंगे वक्तव्य देती सरकार.. गिरगिट भी शर्मा जाए..
बहुत अच्छा कहा सरिता दी!!
आखिर आपको भी राज्नैक्तिक विषय पर कहना पड़ ही गया!!
मंजूर है जनता जनार्दन की फ़टकार,
गर मिलता रहे मैडम से पुचकार।
सरकार नहीं है ...गिरगिट ही लगती है
वाह बहुत खूब ... ।
बहुत सही लिखा आपने।
सादर
बढिया.. क्या बात है
सही आकलन
ker diya chand shabdon me khulasa
aaj to netao me aesi bahas chhidi ki soch me padh gayi news dekhkar ,kya hoga is desh na na jaane ,aapki rachna sahi sanket de rahi hai .sundar sarita ji .
चंद शब्द और सरकार का पूरा खाका खींच दिया ..बहुत अच्छी प्रस्तुति
Behad achha kaha!
आप गिरगिट का नाम यूँ न बदनाम कीजियेगा ,प्लीज.
सरकार तो वह है जो सबके सर पर अपनी कार दौडाए.
आभार.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
भेड़िया हो या सियार
गिरगिट का है यार!
" देख तेरे संसार की सूरत क्या हो गयी भगवान, कितना बदल गया इन्सान.....?
सुन्दर प्रस्तुति
सटीक रचना....
सशक्त सार्थक और खूबसूरत प्रस्तुति .
बहुत सुन्दर खूबसूरत प्रस्तुति .
सच कहा है ... ये बताने की जरूरत नहीं है आज ... जय हो अन्ना की रंग बता दिया सरकार का ...
जन लोकपाल के पहले चरण की सफलता पर बधाई.
गिरगिट और सरकार,
अच्छी तुलना है।
बढ़िया लिखा है आदरणीया सरिता जी !
प्रणाम !
गिरगिट को भी शर्म आ रही होगी इस सरकार के काले-कुत्सित रंगों को देख कर …
बहुत बधाई !
भ्रष्टाचारियों और तानाशाहों से मुक्ति पाने के लिए
अब लगातार यह याद रखना है , और संपर्क में आने वाले हर शख़्स को निरंतर याद दिलाते रहना है , प्रेरित करते रहना है कि चुनाव के वक़्त सही आदमी को वोट देना है …
और मतदान आवश्यक कार्य मानते हुए पूरे दायित्व तथा समझ के साथ सही व्यक्ति/सही पार्टी को वोट देना है !
100 AANE sach keha :)
गिरगिट भी शर्म से चूर हुई जाती है
देख कर इस इस सरकार के रंग
पर हमारी सरकार को नहीं है कोई दरकार
कि उसे कितना है हमसे सरोकार
ekdam theek.....
वाह बहुत खूब ।बहुत अच्छी प्रस्तुति
very nice post
काफी दिन से कुछ लिखा नहीं आपने ....??
शुभकामनायें आपके लिए !
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