आज न जाने कैसे आपका ब्लॉग खुल गया। महीनों से खोलने का प्रयास करता मगर बंद हो जाता। मेरा एंटी वायरस सिस्टम ही कुछ गड़बड़ है। ..यादों एक सी नहीं होतीं। कभी खुशी, कभी गम दोनो का एहसास कराती हैं। मन रम जाता है यह खुशी की बात है।
sarv pratham aapko mere blog par aane aur apni keemti tippani dene par haardk badhaai deti hoon.usi ke madhyam se aapke blog ka pata chala.yahan aana saarthak bhi raha,aapki achchi rachna padhne ko mili.Manva..achchi lagi aur man ko bha gai yah rachna.
di bahut hi shandaar hamesha ki tarah aapki positive thinking.,aapki post se jo sakaratmak v man ko prerana dene wali urja milti hai vah likh nahi sakti . aap udasi ke ghere mr rahkar bhi dil ko apni beeti meethi-meethi yado se bahla leti hain . itni jyada bhav pravan v sashakt rachna aap hi likh sakti hain . bahut hi prerana prad prastuti sadar abhinandan bahut bahut badhai poonam
57 comments:
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
वाह... बहुत ही अच्छी पंक्तियां ।
वाकई ...मीठी यादों के सहारे जीवन आसान हो जाता है ! सादर
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा
मीठी यादें सकारात्मक दिशा देती हैं लेकिन चैतन्य रहना मीठी यादों को और भी मीठा बनाता है.
जीवन में मीठी यादें न हों तो जीवन काटना मुश्किल हो जाता है !
सबके मन की बात आपने पंक्तियों में ढाल दी !
आभार !
मन अपना ठिकाना कहीं न कहीं ढूढ़ ही लेता है।
ये मीठी यादें तो जीवन की प्रेरणा हैं. उन्ही के सहारे बड़े बड़े दुःख भूल कर भी जी लेते हैं.
शानदार प्रस्तुति, बधाईयां
सदा सुखद स्मृतियों में रहे ये मनवा।
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
जीवन में यह यादें हमें बहुत कुछ दे जाती हैं .....!
सच बिछोह में मधुर यादें जीने का एक बहुत बड़ा सहारा बन जाते हैं ....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...
मन में उदासी हो तो मीठी यादें बड़े काम आती हैं ।
सुन्दर प्रस्तुति ।
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ...
बहुत सच कहा है...मीठी यादें ही जीने का सहारा बन जाते हैं..
Aapke man kee shwet saraltaa aapkee rachana me jhalaktee hai!
bilkul saty hai smrtiya kabhi sath nahi chodti
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
वाह... बहुत ही अच्छी पंक्तियां ।
बहुत सच कहा है
कई दिनों व्यस्त होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका
यादे व जुदाई तो जीवन भर साथ रहती है,
"नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा"
क्या बात है - खूब कही
bahut achchi.....
जब भी ये जिल उदास होता है जाने कौन आस-पास होता है...
सकारात्मक चिंतन.
मन के अहसासों की सुंदर अभिव्यक्ति।
बहुत ही बढ़िया गीत
- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
yaade bada sahara hoti hai ,sundar
इस मनवा को तो कुछ न कुछ चाहिए.....जब कुछ नहीं मिलता तो यादों के गलियारे में ले जाता है.......सुन्दर रचना |
a poem with a positive outlook !!
यादें ही तो हैं जो कल के सच को आज भी भरकाती हैं।
इक याद ही तो है जो अकेला नहीं छोडती.....
आपने बहुत सुंदर लिखा है :):)
वाह ..बहुत सुन्दर बात कही है ...यादों में खो जाना भी तो मन रमाने जैसा ही है ..
बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
बहुत सुन्दर और सटीक पंक्तियाँ! लाजवाब और भावपूर्ण रचना ! प्रशंग्सनीय प्रस्तुती!
जीवन में यह यादें हमें बहुत कुछ दे जाती हैं| धन्यवाद|
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
बहुत ही बढिया ... यादों की जगह सदा खास ही रहती है.....
आज न जाने कैसे आपका ब्लॉग खुल गया। महीनों से खोलने का प्रयास करता मगर बंद हो जाता। मेरा एंटी वायरस सिस्टम ही कुछ गड़बड़ है।
..यादों एक सी नहीं होतीं। कभी खुशी, कभी गम दोनो का एहसास कराती हैं। मन रम जाता है यह खुशी की बात है।
प्यार में विछोह भी है और फिर मिलन. भावात्मक प्रस्तुति. आभार.
बारामासा पर आपसे टिपण्णी अपेक्षित है.
sarv pratham aapko mere blog par aane aur apni keemti tippani dene par haardk badhaai deti hoon.usi ke madhyam se aapke blog ka pata chala.yahan aana saarthak bhi raha,aapki achchi rachna padhne ko mili.Manva..achchi lagi aur man ko bha gai yah rachna.
बहुत खूब
yes its feel good when we remember sweet memories
beautiful poem
rahee manwaa dukh kee chintaa kyon satatee hai.. dukh to apnaa sathi hai!!
di bahut hi shandaar
hamesha ki tarah aapki positive thinking.,aapki post se jo sakaratmak v man ko prerana dene wali urja milti hai vah likh nahi sakti .
aap udasi ke ghere mr rahkar bhi dil ko apni beeti meethi-meethi yado se bahla leti hain .
itni jyada bhav pravan v sashakt rachna aap hi likh sakti hain .
bahut hi prerana prad prastuti
sadar abhinandan
bahut bahut badhai
poonam
smriti ke aanchal me achhi neend aati hai
क्या बात हैष बहुत सुंदर भाव।
स्मृतियाँ हैं ही ऐसी चीज, इसलिए इन्हें संजोये रहने की जरूरत होती है |
bilkul sahi kaha achhi lagi rachna .......
बहुत सुन्दर लिखा है. . .आभार
I often start dreaming with my sweet memories...
कटु हों या मधुर , स्मृतियाँ विछोह के क्षणों में नजदीकी का गहन एहसास दिलाती हैं ....
सुन्दर रचना...
विपरीत परिस्थितियों में सकारात्मक सोच राह आसन बनाती है.
बहुत अच्छी रचना है
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए" click here"
बहुत बढिया रचना। यादें न होती तो लोग घुट घुट कर मरते , कितनी बेचैनी और हताशा से बचा लेती हैं यादें
कुछ पंक्तियाँ में मन खोल के रख दिया .. भाओक रचना ....
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
beautiful lines
नन्ही सी कविता में नाजुक से एहसासों को पिरोया है.
ye kashtiwaalaa, kyaa gaa rahaa thaa
koee ise bhee, yaad aa rahaa thaa
kisse puraane, yaade puraanee
yaa hain mohabbat yaa hain jawaanee
di
abhi aapse baat nahi kar paa rahi hun xhma kijiyega
bas do ke yahan bhag -doud lagi hai .chinta na kijiyega
aapki poonam
नहीं रहते हम
यों तब तनहा
स्मृतियों मे रम
जाता है मनवा ।
इन यादों के सहारे ही ज़िन्दगी चलती रहती है। सुन्दर भाव। शुभकामनायें।
आपका स्वास्थ्य कैसा है?
बहुत ही सुन्दर कविता ... यादो को शब्द देती हुई कविता .... बधाई
आभार
विजय
कृपया मेरी नयी कविता " फूल, चाय और बारिश " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . लिंक है : http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/07/blog-post_22.html
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