दादी कहती थी खिसियानी बिल्ली छीका नोंचे ।
शायद ये मुहावरा आज की परिस्थिती मे सरकार के लिये उपर्युक्त है ।
देशहित के लिये
सशक्त लोकपाल
के मुद्दों को ले
अडिग है हमारे अन्ना ।
बे सिर पैर के नित
इलज़ाम लगा रही
हमारी सरकार गयी है
पूरी तरह से भन्ना ।
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19 comments:
देश को शुभकामनायें ।
और आपको आने वाले नए साल की ।
बहुत ख़ूब
हमने "खम्भा नोचे " सुना था, और आपने छींका नुचवा लिया.
इस प्रासंगिक मुहावरे के लिए आभार!!
दीदी,
एक लंबी अनुपस्थिति के बाद आपका आगमन हमारे प्रिय विषय के साथ.. हमारे लिए सुखद है!!
सलिल - चैतन्य
:):) मैंने भी खम्भा ही सुना था ...
खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे ..
बहुत दिन बाद आपके दर्शन हुए .. अच्छा लगा ..
बहुत बढिया
बहुत खूब ... आज काफी दिनों बाद आपकी पोस्ट आई पढ़कर अच्छा लगा ... बधाई सहित शुभकामनाएं ।
बढ़िया...
स्वागत...! प्रेरणा के स्त्रोत अन्नाजी का शुक्रिया!!
Vaah .. Sach likha hai aapne ... Aapke nav varsh ki mangal kamnayen ....
आपका पोस्ट बहुत ही अच्छा लगा । हमेशा आते रहूँगा । मेरे नए पोस्ट "उपेंद्र नाथ अश्क" पर आपका बेसब्री से इंतजार करता रहूँगा ।.धन्यवाद ।
अर्से बाद आपकी पोस्ट आई है. देखते हैं अन्ना का जादू अब क्या रंग लाता है.
बहुत सच कहा है..
प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष -2012 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद ।
सुंदर अभिव्यक्ति बेहतरीन रचना,.....
नया साल सुखद एवं मंगलमय हो,....
मेरी नई पोस्ट --"नये साल की खुशी मनाएं"--
नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ।
अच्छी प्रस्तुति.
नववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
वाह,
अच्छा है।
यह मुहावरा सरकार पर सचमुच ही सच बैठता है।
नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें.......
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