Thursday, December 31, 2009

क्षणिका

कल की चिंता हो क्योंकर उन्हें
जो आज संवारने मे पूरे जुटे है
मेहनत पर जो करे विश्वास
उनके सपने अवश्य पूरे हुए है

8 comments:

रश्मि प्रभा... said...

आमीन !

नए साल की नज्में
शुभकामनाओं के मलयानिल से
आरत्रिका की तरह आई हैं
हर किरणों में स्नेहिल दुआएं -
तुम्हारे लिए !
नया साल
तुम्हें तुम्हारी पहचान दे
पहचान को सलामत रखे
आतंक के साए को दूर करे
रग- रग में विश्वास भर जाये
खूबसूरत सपने
हकीकत में ढल जाएँ
जो पंछी अपने बसेरे से भटक गए हैं
वे लौट आयें
कहीं कोई द्वेष की चिंगारी ना रहे
ठंडी हवाएँ उन्हें शांत कर जाएँ
मुस्कानों की सौगातों से
सबकी झोली भर जाये............
आओ मिलकर कहें -
; आमीन '...

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

जो वर्तमान में जीते हैं वही सही मायनों में ज़िन्दगी का मज़ा लेते हैं....बहुत खूब..बधाई

दिगम्बर नासवा said...

आमीन .......... बहुत सत्य वचन कहा है आपने ............
आपको और आपके परिवार को नव वर्ष की मंगल कामनाएँ ........

हास्यफुहार said...

नया साल मंगलमय हो ... 2010 हंसी और हंसी-ख़ुशी से भरा रहे !!!!

Anonymous said...

May the mantra ," ALL IS WELL" work wonders for you in 2010
and you have some fantabulous times in 2010
and may all your dreams converts into reality, success becomes a routine and happiness becomes a habit in the days to come
HAPPY NEW YEAR
My motto for every year
have a merry time making new year resolutions and a merrier time breaking them
enjoy

sm said...

excellent poem

ज्योति सिंह said...

bahut sundar baate kahi hai aapne ,dhero badhai nav varsh ki

amita said...

बहोत ही सुन्दर रचना हैं .
महेनत का फल मीठा होता हैं.